Thursday, October 10, 2024
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भारत ने मंगलवार को रूस का नाम लिए बिना संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (United Nations Security Council- UNSC) में यूक्रेन के बूचा शहर में नागरिकों के मारे जाने संबंधी खबरों को ‘बेहद परेशान’ करने वाला करार देते हुए इसकी कड़ी निंदा की।

संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत टीएस तिरुमूर्ति (TS Tirumurti) ने यूक्रेन पर यूएन सुरक्षा परिषद की बैठक में कहा कि बूचा में नागरिकों के मारे जाने संबंधी हालिया खबरें काफी परेशान करने वाली हैं। उन्होंने कहा कि भारत बूचा हत्याओं की निंदा करता है और एक स्वतंत्र जांच के आह्वान का समर्थन करता है।

रूस-यूक्रेन जंग पर तिरुमूर्ति ने कहा कि भारत हिंसा की तत्काल समाप्ति और शत्रुता खत्म करने के अपने आह्वान को दोहराता है। उन्होंने कहा कि जब निर्दोष लोगों की जान दांव पर लगी हो तो केवल कूटनीति ही एकमात्र विकल्प रह जाता है।

तिरुमूर्ति ने बैठक के दौरान कहा कि परिषद द्वारा पिछली बार इस मुद्दे पर चर्चा के बाद से यूक्रेन के हालात में कोई खास सुधार देखने को नहीं मिला है। सुरक्षा परिस्थितियों के साथ ही मानवीय हालात और बिगड़े हैं।

इस बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) ने मंगलवार को पहली बार UNSC की बैठक को संबोधित किया। जेलेंस्की ने इस दौरान UNSC से कहा कि युद्ध अपराधों के लिए रूसी सेना को तुरंत न्याय के दायरे में लाया जाना चाहिए। वीडियो के जरिए अपने संबोधन में यूक्रेनी राष्ट्रपति ने रूस के सैनिकों पर द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से सबसे बर्बर अत्याचार करने का आरोप लगाया और कहा कि वे इस्लामिक स्टेट (ISIS) समूह जैसे आतंकवादियों से अलग नहीं हैं।

जेलेंस्की ने रूसी सैनिकों को युद्ध अपराध करने के मामले में न्याय के दायरे में लाने की खातिर तत्काल कार्रवाई किए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि मैं रूसी बलों के कब्जे से हाल में मुक्त कराए गए एवं राजधानी कीव के पास स्थित बूचा शहर से कल लौटा। वहां एक भी ऐसा अपराध नहीं है, जो हुआ नहीं हो। रूसी बलों ने हमारे देश की सेवा करने वाले हर व्यक्ति की चुन-चुन कर और जानबूझकर हत्या की।

उन्होंने रूसी सैनिकों की बर्बरता की जानकारी देते हुए कहा कि यह कुछ इलाकों पर कब्जा करने वाले दाएश जैसे आतंकवादी संगठनों से अलग नहीं है। यह काम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के एक सदस्य द्वारा किया जा रहा है, जो आंतरिक एकता, सीमाओं और देशों को नष्ट कर रहा है। जेलेंस्की ने कहा कि हम एक ऐसे देश (रूस) से निपट रहे हैं जो संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में वीटो को मरने के अधिकार में बदल रहा है।

जेलेंस्की ने कहा कि यह वैश्विक सुरक्षा के पूरे ढांचे को कमजोर करता है। यह उन्हें दंड के बच निकलने की अनुमति देता है। जेलेंस्की ने संयुक्त राष्ट्र की सबसे शक्तिशाली बॉडी UNSC को लाशों के ढेर की 20 मिनट की वीडियो फुटेज दिखाते हुए रूसी आक्रमण को रोकने की अपील की।

यूक्रेन के विभिन्न इलाकों खासकर बूचा से सामने आई खौफनाक तस्वीरों ने दुनिया में खलबली मचा दी है। दुनियाभर से रूस के खिलाफ युद्ध अपराधों के लिए मुकदमा तथा कठोर पाबंदी लगाने की मांग की गई है। परिषद को संबोधित करते हुए संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने कहा कि वह बूचा में आम नागरिकों की हत्या की भयावह तस्वीरों को कभी नहीं भूल पाएंगे। उन्होंने प्रभावी जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए तत्काल एक निष्पक्ष जांच का आह्वान किया।

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